अगर आपका भी सपना विदेश में पढ़ना है ,और आपके पास बजट नहीं है ,तो आप इन तरीको का इस्तेमाल कर सकते हो।
अगर आपका भी सपना विदेश में पढ़ना है ,और आपके पास बजट नहीं है ,तो आप इन तरीको का इस्तेमाल कर सकते हो।
सबसे पहल तरीका है एजुकेशन लोन। ये लोन खासकर देश विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को कम ब्याज पर दिया जाता है
सबसे पहल तरीका है एजुकेशन लोन। ये लोन खासकर देश विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को कम ब्याज पर दिया जाता है
एजुकेशन लोन की खास बात ये है की आपको पढ़ाई के चलते कोई EMI नहीं देना पड़ता ,पढ़ाई ख़त्म होने के बाद भी नौकरी खीजने केलिए कुछ समय दिया जाता है
एजुकेशन लोन की खास बात ये है की आपको पढ़ाई के चलते कोई EMI नहीं देना पड़ता ,पढ़ाई ख़त्म होने के बाद भी नौकरी खीजने केलिए कुछ समय दिया जाता है
एजुकेशन लोन आपके कोर्स पर निर्भर होता है ,अगर आप हाई डिमांड वाला कोर्स करते है जैसे की डाटा साइंस ,डाटा एनालिस्ट इसपर आपको लोन जल्दी मिल जाता है।
एजुकेशन लोन आपके कोर्स पर निर्भर होता है ,अगर आप हाई डिमांड वाला कोर्स करते है जैसे की डाटा साइंस ,डाटा एनालिस्ट इसपर आपको लोन जल्दी मिल जाता है।
दूसरा एजुकेशन लोन -कई विदेशी कॉलेज में आपको स्कॉलरशिप दी जाती है। वैसे कॉलेजो का अपना अपना मानदंड होता है।
दूसरा एजुकेशन लोन -कई विदेशी कॉलेज में आपको स्कॉलरशिप दी जाती है। वैसे कॉलेजो का अपना अपना मानदंड होता है।
कुछ कॉलेजेस और युनिवर्सिटिस स्कॉलरशिप में आपके पढ़ाई की फीस माफ़ देती है,सिर्फ आपको विदेश में रहने का खर्चा करना होता है।
कुछ कॉलेजेस और युनिवर्सिटिस स्कॉलरशिप में आपके पढ़ाई की फीस माफ़ देती है,सिर्फ आपको विदेश में रहने का खर्चा करना होता है।
तीसरा है स्पॉन्सरशिप -स्पॉन्सरशिप के दो तरीके होते है ,एक कॉर्पोरेट स्पॉन्सरशिप और दूसरा कोई कंपनी या संस्था फंड देती है।
तीसरा है स्पॉन्सरशिप -स्पॉन्सरशिप के दो तरीके होते है ,एक कॉर्पोरेट स्पॉन्सरशिप और दूसरा कोई कंपनी या संस्था फंड देती है।
कॉर्पोरेट में जिस कंपनी के लिए आप काम कर रहे होते है वो आपके पढ़ाई का और रहना खर्चा करती है। क्यूंकि उनको भी आपके नए स्किल का फायदा होता है।
कॉर्पोरेट में जिस कंपनी के लिए आप काम कर रहे होते है वो आपके पढ़ाई का और रहना खर्चा करती है। क्यूंकि उनको भी आपके नए स्किल का फायदा होता है।
दूसरा यानि कोई संस्था या कंपनी फंड देती है तो आपको पढ़ाई होने के बाद कुक समय के लिए उस कंपनी में काम करना होता है।
दूसरा यानि कोई संस्था या कंपनी फंड देती है तो आपको पढ़ाई होने के बाद कुक समय के लिए उस कंपनी में काम करना होता है।
लेकिन आपको इसके लिए बॉन्ड भरना होता है ,की आप अगर पढ़ाई छोड़ के जाते हो ,तो आपको इसका जुर्माना भरना पड़ता है।
लेकिन आपको इसके लिए बॉन्ड भरना होता है ,की आप अगर पढ़ाई छोड़ के जाते हो ,तो आपको इसका जुर्माना भरना पड़ता है।
तीसरा है पार्ट टाइम जॉब -आप आपकी पढ़ाई के लिए विदेश में पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते है। लेकिन कुछ देश के अलग रूल-कानून होते है।
तीसरा है पार्ट टाइम जॉब -आप आपकी पढ़ाई के लिए विदेश में पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते है। लेकिन कुछ देश के अलग रूल-कानून होते है।
चौथा है फ्री एजुकेशन - विदेश में कुछ ऐसे भी कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीस है जो फ्री में एजुकेशन देते है ,बस आपको रहने और खाने का खर्चा करना होता है।
चौथा है फ्री एजुकेशन - विदेश में कुछ ऐसे भी कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीस है जो फ्री में एजुकेशन देते है ,बस आपको रहने और खाने का खर्चा करना होता है।
बैंक से लोन लेने के कई सारे तरीके है ,आप बैंक से होम लोन ,व्यक्तिगत लोन भी ले सकते है। या आप गोल्ड लोन भी बैंक से ले सकते है। लोन कैसे ले जानिए -
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