पिछले महीने ही रिज़र्व बैंक ने एक बैठक में रेपो रेट को ०.४०% तक बढ़ने का निर्णय लिया था।
लगातार बढती महगाई से चिंतित रिज़र्व बैंक ने ४% से बढाकर ४.४०% कर दिया है।
तो चलिए जानते है की आखिर ये रेपो रेट क्या होता है।
रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI द्वारा बैंको को कर्ज दिया जाता है। और इसी कर्ज से बैंक ग्राहकों को लोन देते है।
जैसे की हमें बैंक से होम लोन या कार लोन लेना होता है ,तो ऊपर रेपो लगाया जाता है।
रेपो रेट कम होने का अर्थ होता है की बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोन सस्ते हो जायेंगे।
रिवर्स रेपो रेट रोपो रेट से ठीक विपरीत होता है। रेपो रेट का बढ़ाना यानि बैंक के ग्राहकों की लोन के दरो में भी बढ़ोतरी होना।
हर दो महीने में होने वाली इस तीन दिन की बैठक की अगुआई गवर्नर शक्तिकांत दास करेंगे। बैठक 8 जून को खत्म हो जाएगी।
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