शेयर मार्केट में Technical Analysis क्या होता हे ?

technical analysis से हम किसीभी स्टॉक प्राइज की मूवमेंट को देखके उसके फ्यूचर(भविष्य)प्राइज का अंदाज़ा लगा सकते हे मतलब हम प्रिडिक्ट करते हे की फ्यूचर में शेयर की प्राइज अप रहेगी या फिर डाउन रहेगी या फिर एक फिक्स रेंज में रहेगी।

दोस्तों आज हम देखेंगे technical analysis kya hota he(technical analysis in hindi) के बारे में जो की फिलाल शेयर मार्किट में बहुत ज़ोरिसे चल रहा हे।  टेक्निकल एनालिसिस का Fundamental analysis से कुछ भी लेने देना नहीं हे उन दोनों में बहु अंतर हे। और नहीं टेक्निकल एनालिसिस करके इन्वेस्टमेंट की जाती हे क्युकी टेक्निकल एनालिसिस सिर्फ करंट प्राइज बताता हे। और उसके माध्यम से आगे होने वाले हलचल (Movement)  का अंदाज़ा लगता हे , और कोई भी अंदाजा  सही रहेगा इसकी कोई गॅरंटी नहीं होती।

technical analysis kya hota he(technical analysis in hindi)

technical analysis kya hota he(technical analysis in hindi)
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टेक्निकल एनालिसिस एक tradingके लिए इस्तेमाल होता हे। मतलब शेयर को कम से कम टाइम में खरीदना और बेचना , उससे शेयर का भाव कम ज्यादा होता रहता हे। उसी प्राइज को दर्शाता हे टेक्निकल एनालिसिस। टेक्निकल एनालिसिस किसीभी स्टॉक का प्राइज एक मूवमेंट को फॉलो करता हे जैसे की वो एक ट्रेंड में रेहता हे। उस ट्रैंड के भी तीन प्रकार होते हे। जैसे की up trend , down trend और एक होता हे sideways trend ये मूवमेंट रहते हे.

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up trend

ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक का प्राइज एक continually उपर की साइड में चल रहा होता हे। मतलब उसका अभी up trend चालू हे ऐसा  कहा जाता हे। और उसी ट्रेंड को फॉलो करके टेक्निकल एनयलीसिस ये अंदाजा लगता हे की आगे भी वो इसी ट्रेंड को फॉलो करेंगे। मतलब वो आगे भी उप ही रहेगा लेकिन टेक्नीकल एनलीसिस सिर्फ अंदाजा लगा सकते हे। क्युकी स्टॉक मार्किट में ऐसी कुछ फिक्स स्ट्रैटर्जी नहीं होती।

जिससे हम मार्किट की प्राइज कहा जाएगी ये पता लगा सके टेक्निकल से सिर्फ मूवमेंट पता चलती हे. और इस ट्रेंड को पता लगाने के लिए भी कई सारे टूल होते हे. जैसे की candlestick pattern , indicators , trend lineऐसे बहुत से सरे टूल होते हे जिससे हम सिर्फ शेयर के प्राइज का अंदाजा लगा सकते हे।

down trend ;

ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक का प्राइज नियमित निचे आ रहा हे। तो उसका मतलब स्टॉक का प्राइज डाउन ट्रेंड में हे। और टेक्निकल एनालिसिस को टूल्स से हम ट्रेंड का पता लगा कर हम स्टॉक की फ्यूचर प्राइज का अन्दाज़ा लगा पाते हे।

लेकिन ज्यादा मूवमेंट होने की वजा से न ही ट्रैंड काम आता हे। और नहीं टेक्निकल एनालिसिस का कोई भी टूल। टेक्निकल एनालिसिस में स्टॉक प्राइज की करंट प्राइज देखके के ट्रेडिंग की जाती हे। और प्रिडिक्ट किया जाता हे की आगे भी शेयर प्राइज उसी तरह रहेगा जैसे कोई भी ट्रेंड में होगा वैसे ही भविष्य में रहेगा।

sideways trend

sideways trend में स्टॉक का प्राइज एक रेंज में रहता एक फिक्स प्राइज के बिच में शेयर का प्राइज अप और डाउन रहता हे।और टेक्निकल एनालिसिस से मार्किट का ट्रेण्ड फॉलो करके स्टॉक की फ्यूचर प्राइज क्या होगी इसका अंदाज़ा लगाया जाता हे। sideways trend में ट्रेडिंग करना बहुत ही मुश्किल होता हे। नाहीं प्राइज ऊपर जाती हे. और नहीं निचे वो एक रेंज में उप डाउन होती रहती हे।

टेक्निकल एनालिसिस से स्टॉक में हम सिर्फ ड्रेडिंग कर सकते हे।  ये मतलब हम उससे सिर्फ फ्यूचर मे होने वाले मूवमेंट का अंदाज़ा  लगा सकते हे और किसी स्टॉक में हम उसका ट्रेंड को देखकर उसमे ट्रेडिंग कर सकते।

trading क्या होता हे

ट्रेडिंग का मतलब होता हे की सी भी स्टॉक को एक टाइम लिमिट के लिए ख़रीदा और बेचा जा सकता हे. हम दीर्घकाल निवेश  (Long Term ) के लिए किसी भी स्टॉक को नहीं रख सकते। उसकी एक टाइम लिमिट होती हे। जिससे किसी स्टॉक में हमें प्रॉफिट या लोस् में हो   फिर भी हमें उस हमारी पोजीशन को square off  करना पड़ता हे।  मतलब हमें उस पोजीशन से एग्जिट होना पड़ता हे नहीं तो ब्रोकर हमें उसकी पेनेल्टी भी लगा देता हे

trading के भी प्रकार होते हे जैसे की day trading , swing trading ,scalping इनका , मतलब  हमें कुछ टाइम लिमिट दी जाती हे उसकी मुताबित हम शेयर को खरीद या बीच सकते हे।

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Day trading

स्टॉक मार्किट का एक फिक्स टाइमिंग होता हे सुबह ९;१५ को आप ट्रेडिंग कर सकते हे। तो मार्किट के क्लोसिंग (बंद) टाइमिंग ३;२० तक आप ट्रेडिंग कर सकते हे। इसका मतलब आपने  ९;१५ को शेयर ख़रीदा तो आपको ३;२०तक उसे बेचना ही होगा। नहीं तो आपका ब्रोकर उसको बेच देता हे आपका फायदा हो या आपका नुकसान ,और आपको उसकी पेनल्टी भी भरनी पड़ती हे।

swing trading

स्विंग ट्रेडिंग का मतलब एक विशेष कालावधि के लिए स्टॉक को हम खरीद कर हमारे अकाउंट में रखते हे और प्रॉफिट होने के बाद उसी  स्टॉक को बेच देते इसे ही सिंपल भाषा में स्विंग ट्रेडिंग कहते हे।

scalping 

स्कल्पिंग का मतलब होता हे की कुछ लोग सिर्फ कुछ मिनिट के लिए स्टॉक में ट्रेडिंग करते हे। मतलब टेक्निकल एनालिसिस करके स्टॉक को पहले ख़रीदा और प्रॉफिट होने पैर उससे बेच दिया और ये खरीदने और बेचने का टाइम सिर्फ कुछ मिनटों का रहता हे।

और ये सब सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस को समजकर या उसकि समज होने पर ही हम कर सकते हे , बहुत से  लोगो ने टेक्निकल एनालिसिस की समज न होने की वजहा से स्टॉक मार्किट में बहुत बड़े नुकसान  उठाये हे।  और इस नुकसान से बचने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का क्नॉलेज होना बहुत महत्वपूर्ण हे।

F&Q

निष्कर्ष

यकीं हे की आपको technical analysis kya hota he(technical analysis in hindi) समज में आ गया होगा अगर आपको हमारी ये पोस्ट पसंद आये तो शेयर जरूर कीजियेगा और आपको अगर हमारी पोस्ट में कुछ समज नहीं आया होगा तो कमेंट बॉक्स में कमेंट लिखकर हमें भेज सकते हे। धन्यवाद!

3 thoughts on “शेयर मार्केट में Technical Analysis क्या होता हे ?”

  1. Technical Analysis Kya Hai- मैंने आपका यह लेख पूरा पढ़ा जो की मुझे अच्छा लगा. मैंने कई दिनों से इसके बारे में पूरी तरह से जानकरी प्राप्त करना चाहं रहा था.. कई दिनी से आपके ही लेख पढ़ रहा हूँ.
    thanks .

    प्रतिक्रिया

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