शॉर्ट सेल्लिंग का मतलब होता हे की इंटरडे में पहले शेयर को बेचो और मुनाफा होने पर उस शेयर को खरीद लो। उसेही शॉर्ट सेलिंग कहते हे। शेयर प्राइज हाई होने पर उसे बेचना और शेयर प्राइज निचे गिरने पर उसे खरीदना। इसेही शार्ट सेल्लिंग कहते हे।
नमस्ते दोस्तों। आज हम सीखने वाले हे की शेयर मार्किट में short selling kya hota hai?.और साथ ही हम देखेंगे की शॉर्ट सेल्लिंग कैसे की जाती हे। और शार्ट सेल्लिंग के क्या फायदे हे और क्या नुकसान। तो चलो दोस्तों समझते हे की शॉर्ट सेलिंग का क्या मतलब होता हे।
अगर आप नए हे। और आपको पता नहीं हे की शॉर्ट सेल्लिंग के लिए और सामान्य ट्रेडिंग के लिए शेयर मार्किट में डीमेट खाता होना जरुरु हे. और अगर आपके पास डीमेट खाता नहीं हे तो आप निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके डीमेट खाता खुलवा सकते हे।
short selling kya hota hai

शॉर्ट सेल्लिंग का मतलब होता हे पहले शेयर को बेचो। और शेयर का भाव निचे गिरने पर उसे खरीद लो। उसेही शॉर्ट सेल्लिंग कहते हे। लेकिन आप सोच रहे होंगे की हमारे पास तो शेयर नहीं हे। तो हम शेयर को बेचेंगे कहा से। लेकिन आपको बता दू शॉर्ट सेल्लिंग में आप शेयर को बेच सकते हे। लेकिन वो सिर्फ इंटरडे ट्रेडिंग के लिए या फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए कर सकते हे ।
अगर आपको interday trading kya hota he ? के बारे में पता नहीं हे तो आप हमारी पिछली पोस्ट देख सकते हे। उसमे हमने इंटरडे के बारे में सविस्तार से समझाया हे। तो आप उपर दी हुयी लिंक पे क्लिक करके वो पोस्ट पढ़ सकते हे। और पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर जरूर कीजियेगा।
short selling kaise karte he ?
शॉर्ट सेल्लिंग में मैंने आपको पहले ही बताया हे। की शेयर को पहले बेचना पड़ता हे। और मुनाफा होने पर खरीदना होता हे। ये आपको एक उदहारण के तौर पर समझाऊंगा -समज लीजिये आपने कोई शेयर १०० रुपये में इंटरडे में सबेरे खरीद लिया। और वो शेयर श्याम तक ९० रु हो गया। तो आपको उसे खरीद लिया। यानि आपको १० रु का मुनाफा हुआ। लेकिन इसके विपरीत हुआ शेयर का प्राइज ११० रुपये हुआ। तो फिर भी आपको उसे खरीदना होगा। तो आपको १० रु का नुकसान हुआ।
लेकिन आप सोच रहे होंगे की ,नुकसान होने पर शेयर को क्यों ख़रीदे। लेकिन आपको बता दू अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आपका ब्रोकर उसे खरीद देता हे। क्युकी आपने उसे इंटरडे के लिए बेचा था। और इंटरडे का मतलब आपने जिस दिन शेयर को बेच्या उसी दिन वो शेयर आपको खरीदना होता हे।
अगर ऐसा नहीं किया तो आपका ब्रोकर उस शेयर्स को वर्तमान (current ) प्राइज पे बेचकर आपके पोजीशन को कट कर देगा। और आपको उसकी पेनल्टी लगा देगा। चाहे उस वक्त शेयर की प्राइज ११० रुपये हो यो ९० रुपये। ब्रोकर शेयर को बेच देगा।अगर ९० शेयर प्राइज रही तो वो आपके १० रुपये काटकर और उसकी पेनल्टी काटकर आपको आपके बचे हुए पैसे वापस कर देगा।
और अगर वर्तमान प्राइज ११० चालू रही तो।वो आपको १० रु का मुनाफा देगा। लेकिन एक बात हे जो की आपने वो शेयर नहि ख़रीदा वो शेयर ब्रोकर ने खरीद कर आपको दिया। तो उसका वो आपसे पेनल्टी लेगा ही।
शॉर्ट सेल्लिंग का फायदा
शॉर्ट सेल्लिंग का ये फायदा हे की ,आप इंटरडे में शेयर के गिरते वक्त दाव लगा सकते हे. मतलब अगर आपको लगता हे की शेयर निचे गिरने वाला हे। तो आप उसे पहले बेच सकते हे। और जैसे ही वो निचे गिरता हे। फिर आप उसे वापस खरीद सकते हे। इससे आपको मुनाफा हो जायेगा। और सामान्य ट्रेडिंग में आपको ऐसा करने को नहीं मिलता। ये सिर्फ short selling में मुमकिन हे।समान्य ट्रेडिंग में नहीं।
शॉर्ट सेल्लिंग से बहुतसे से ट्रेडर औ ने पैसे कमाए हे। आप राधाकृष्णन दमानी को तो जानते होंगे। उन्होंने ११९२ में जब मार्किट क्रैश हुआ था. तब उन्होंने short selling करके ही बहुत पैसा कमाया था। शेयर के भाव जब ऊपर हाई कीमत पर थे। तब उन्होंने शेयर को बेच बेच के पैसे कमाए।
शॉर्ट सेल्लिंग का नुकसान
शॉर्ट सेल्लिंग का नुकसान ये हे की , आप अगर शेयर को पहले बेचते हो। और अगर गलतीसे शेयर की प्राइज निचे जाने के बजाय उपर चली गयी। तो आपको भारी नुकसान होगा। ये ध्यान में रखिये की सामान्य ट्रेडिंग में आप शेयर को खरीदते हे तो नुकसान उतना ही होता हे जितना आपने पैसा लगाया हे। क्युकी आपका शेयर १०० % ही गर सकता हे तो आपने लगायी हुयी रकम जीरो हो जाएगी।
लेकिन शॉर्ट सेल्लिंग में आपका नुकसान जो हे वो अनगिनत रह सकता हे। क्युकी आपने जिस शेयर को पहले बेच दिया हे। और अगर उस शेयर की कुछ बड़ी न्यूज़ आ गयी और वो शेयर बढ़ गया। तो आपको भारी नुकसान होगा।
एक बात ध्यान रखिये की ,शेयर आपने पहले बेचा तो वो शेयर की प्राइज उपर बढ़ ने की कुछ सिमा नहीं। उस शेयर की प्राइज कितना भी बढ़ सकती हे । वो दो गुना चार गुना या १०० गुना भी बढ़ सकता हे। तो शेयर को पहले बेचने के बाद अगर वो १०० गुना जाता हे ,तो आपको १०० गुना भी नुकसान हो सकता हे।
निष्कर्ष
यकीं हे की आपको short selling kya hota hai ,और कैसे करते हे ,उसका क्या फायदा हे और क्या नुकसान हे. ये आपको समज आया गया होगा।और अगर आपको हमारी ये आजकी पोस्ट अच्छी लगे तो कृपया इसे अपने दोस्तों या फॅमिली के साथ जरूर शेयर कीजियेगा। क्युकी बहुत लोगोको पता नहीं हे की हम शेयर की गिरते कीमत पर भी पैसा लगा सकते हे। और अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हे।
लेकिन शॉर्ट सेल्लिंग तब ही करे जब आपको उसका पूरा ज्ञान हो। नहीं तो उसका नुकसान भी बहुत ज्यादा हो सकता हे। बहुतसे ऐसे ट्रेडर हे जिनके बहुत बड़े बड़े नुकसान हुए हे शॉर्ट सेल्लिंग करके।
अगर आपको शेयर मार्किट के बारे में कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे। और कृपया इसे शेयर जरूर कीजियेगा। धन्यवाद !