शेयर मार्केट में सेबी (SEBI) क्या होता हे ?

नमस्ते दोस्तों स्वागत आपका हमारे unicworldhindi में। आज हम जानेंगे की शेयर मार्किट में sebi kya hota he। सेबी की स्थापना कब हुयी। सेबी का फुल फॉर्म। सेबी के २०२१ के चेयरमैन। सेबी के कार्य। और सेबी के २०२१ के नए मार्जिन नियमो के बारे में। तो शुरू करते हे शेयर मार्केट में sebi kya hota he  के बारे में।

sebi kya hota he/what is sebi

सेबी क्या होता हे 

सेबी का फुल फॉर्म होता हे security exchange board of india . सेबी ये एक ऐसी संस्था हे जो शेयर मार्किट की एक रेगुलेटर होती हे। इनके अंदर ही शेयर मार्किट आता हे। सेबी शेयर मार्किट और उससे सम्बंधित लोगो पर नियंत्रण रखता हे। किसी भी कंपनी को शेयर मार्किट में प्रस्तावित होने से पहले सेबी को ही अपने कंपनी की पूरी जानकारी देनी पड़ती हे।

कंपनी की पूरी जानकारी सेबी को देनी पड़ती हे। और कोनसी कंपनी लार्ज कैप हे की मिड कैप हे। ये कंपनी के वैल्यू के हिसाब से इसका सेबी ही निर्णय लेती हे। शेयर बाजार पर कड़क निगरानी सेबी हे रखती हे। और बाजार में कोई भी धोखाधड़ी न हो इसका पूरा ख्याल रखती हे। कोई भी कंपनी बाजार में धोखाधड़ी कराती हे। तो उस कंपनी को सेबी dilist करवा सकती हे।

सेबी की स्थापना

१९९२ में सेबी की स्थापना हुयी। सेबी का उद्देश्य ये था की ,पुराने ज़माने में शेयर मार्किट में बड़े बड़े इन्वेस्टर बाजार को चलते थे। और बहुत धोखाधड़ी होती थी। और आम इन्वेस्टर का उसमे धोका होता था। कोई भी कंपनी का शेयर प्राइज कैसे भी बढाता घटता था। तो इन सब को नियंत्रित करके के लिए भारत सर्कार ने sebi की स्थापना की। १९९२ में भारत सरकार ने केवल साथ करोड़ में सेबी की स्थापना की थी।

sebi chairman

सेबी के चेयरमैन

सेबी के २०२१ के अभी के चेयरमैन हे अजय त्यागी। वैसे तो भारत सकरकर द्वारा सेबी में ६ लोगी की नियुक्ति के जाती हे। पहला रहता हे अध्यक्ष। जिसका का कार्यकाल ३ साल तक होता हे। और इसमेसे दो सदस्य वित्त मंत्रालय के जानकर होते हे। और दो सदस्य कानून के जानकर होते हे। और एक सदस्य RBI का होता हे। उसकी  नियुक्ति RBI के द्वारा की जाती हे।

SEBI के कार्य

शेयर बाजार को नियंत्रित रखना ये सेबी का कार्य हे। और बाजार के बहुत सरे अंग होते हे। जैसे की शेयर्स ब्रोकर ,निवेशक ,बैंक ,कंपनी। इन सबको सेबी के अधीन लाना ये भी सभी का प्रमुख कार्य हे। जिससे सेबी ने बनाये होये नियमो पर ये सब चल सके। और  बाजार में होने वाले अनैतिक व्यवहार बंदी लाना। और शेयर बाजार में होने वाली धोखाधड़ी पर भी बंदी लाना ये सेबी का कार्य हे।

कोई भी ब्रोकर से ऍम निवेशक पर धोका न हो इसका ध्यान सेबी रखती हे। और निवेशकों के पैसे की या शेयर की चोरी ना हो। इसका भी ध्यान सेबी ही रखती हे। बाजार के स्टॉक एक्सचेंज जैसे की nse और bse इन सब का नियमन भी सभी ही करता हे। कोई भी कंपनी को अगर बाजार में प्रस्तावित होना हे। तो उसे अपना IPO सेबी के माध्यम से ही लाना पड़ता हे। म्यूच्यूअल फण्ड का भी नियमन सेबी ही कराती हे।

sebi new margin rules

सेबी के नए मार्जिन नियम

सेबी ने १ जून २०२१ में कुछ नए मार्जिन नियम को बताया हे। जैसे की interday trading  के लिए मार्जिन जो मिलती थी। वो अभी कम की गयी हे.आमतौर पर शेयर बाजार में शेयर खरीदते और बेचते वक्त ब्रोकर्स मार्जिन्स देते है. अगर आसान शब्दों में समझें तो 10 हजार रुपये आपने अपने ट्रेडिंग अकाउंट में डाले. तो आसानी से 10 गुना मार्जिन्स के साथ 1 लाख रुपये तक के शेयर ग्राहक खरीद लेते थे. लेकिन अब ये निमय पूरी तरह से बदल गए है.

उदाहरण के लिए अगर रिटेल निवेशक tata motors के एक लाख रुपये मूल्य के शेयर खरीदता है तो ऑर्डर प्लेस करने से पहले उसके ट्रेडिंग अकाउंट में कम से कम 75000 रुपये होने चाहिए. बाकी पैसा वह टी+1 या टी+2 दिन में या ब्रोकर के निर्देश के मुताबिक चुका सकता है. सेबी के नए नियम के मुताबिक शेयर बेचते वक्त भी आपके ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन होना चाहिए.

निष्कर्ष

आज हमने सेबी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने की कोशिश की।  आज हमने देखा की sebi kya hota he . और sebi ka full form क्या होता हे। और  2021 sebi chairman,sebi ke rules . बारे में आज हमने जाना।

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