नमस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले है की pe ratio क्या होता है। और pe retio का फुल फॉर्म क्या होता है। और किस तरह pe ratio को समझा जा सकता है। और pe ratio का कैलकुलेशन यानिकी हिसाब कैसे करते है। और pe ratio का इस्तेमाल करके कंपनी में निवेश कैसे किया जाता है। इन सब के बारे में हम आज जानने वाले है।
pe ratio kya hota hai

pe ratio का मतलब होता है की price to ernings ratio . यानि की किसी भी कंपनी की स्टॉक की प्राइज निवेश करने के बाद हमें १ रूपया के लिए कितना प्राइज देना पड़ेगा। ये समझ आता है। और pe ratio से ये पता चलता हे की कंपनी की स्टॉक प्राइज सस्ती है या महँगी। उसेही pe ratio कहा जाता है।
pe ratio हर कंपनी का अलग अलग हो सकता है। ज्यादा pe ratio वाले कंपनी की शेयर प्रीज़र महँगी होती है। और काम pe retio वाली कंपनी की शेयर प्राइज सस्ती होती है। लेकिन pe retio की तुलना हमेश सेम सेक्टर की कंपनी के साथ ही करनी चाहिए। एक उदहरण के तौर पर समझते है।
उदाहरण
एक xyz कंपनी हैउसका pe १० रुपये है। औ एक abc कंपनी है उसका pe १५ रुपये है। इसका मतलब xyz कंपनी से abc कंपनी का शेयर महंगा है। तो इसका मतलब ये नहीं की xyz कंपनी सस्ती है तो उसमे निवेश (इन्वेस्ट ) करना चाहिए। हो सकता है की। abc कंपनी अच्छे ग्रोथ में हो। यानि उसका हर साल प्रॉफिट २० % से ग्रो हो रहा हो।
xyz कंपनी का pe कम हे। तो हो सकता है की कंपनी घाटे में हो। और उसका pe भी घटता रहा हो। सिर्फ किसीभी कंपनी का pe retio देखकर आप उस कंपनी में निवेश नहीं कर सकते। आप को उसके साथ कंपनी का fundamental analysis भी समझना चाहिए।
pe retio kaise nikalte hai
किसी भी कंपनी का pe retio निकलना है।तो आपको उसका शेयर प्राइज मालूम होना चाहिए। और कंपनी हे साल कितने पर्सेंट से ग्रो कर रही है ये मालूम होना चाहिए ,तब ही आपको कंपनी का pe retio पता चलता है।
जैसे की pe retio = share per share / erning per share (eps)
xyz कंपनी का शेयर प्राइज है १५० रुपये। और उसका हर साल का इनकम मतलब eps है १० रुपये। यानि उसका pe हो गया १५०/१० = १५ रुपये। अब ये कैसे पता करे की ये pe सस्ता है या महंगा। तो आपको उसी सेक्टर की कंपनी के साथ xyz कंपनी के pe retio की तुलना करनी होगी। यानि xyz कंपनी एक ऑटो सेक्टर कंपनी है.तो हमें ऑटो सेक्टर की दूसरी कंपनी के साथ xyz कंपनी के pe retio की तुलना करनी होगी।
abc कंपनी की शेयर प्राइज है ३०० रुपये। और उसका eps १५ रुपये है। तो उसका pe retio आएगा ३००/१५ =२० रुपये। अब abc कंपनी का pe retio है २० रुपये। यानि xyz कंपनी का शेयर इस कंपनी से सस्ता है। और abc कंपनी का शेयर महंगा है। ये कहा जायेगा।
लेकिन xyz कंपनी के मुकाबले abc कंपनी की ग्रोथ काफी अच्छी है। और उसका pe हर साल बढ़ रहा है। लेकिन उसका प्रॉफिट भी हर साल १५ % से ग्रो हो रहा है। लेकिन xyz कंपनी की ग्रोथ काफी धीमी है। इसकी वजह से उसका pe retio भी कम है। इसका मतलब ये हुआ की सिर्फ pe retio देखकर आप इन्वेस्ट न करे। कंपनी का ग्रोथ भी देखे।
pe retio ka use
pe retio का इस्तेमाल करके ही बड़े बड़े इन्वेस्टर शेयर बाजार में निवेश करते है। pe retio से ही पता चलता है की किसी कंपनी की शेयर प्राइज महँगी है या सस्ती। जितना काम किसी कंपनी का pe होता है। उतनीही उस कपोनि की शेयर की प्राइज सस्ती होती है।
यकीं है की आपको आज की ये हमारी पोस्ट काफी पसन्द आयी हो। और अगर हमारी पोस्ट आपको अच्छी लगे तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा। ताकि उन लोगो को भी शेयर बाजार में निवेश करने के लिए pe retio कितना महत्पूर्ण है। ये समज सके।
अगर आपको शेयर बाजार के विषय में कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते है। धन्यवाद।
F&Q
१.PE Ratio कैसे निकाले?
जवाब-pe retio = share per share / erning per share (eps) xyz कंपनी का शेयर प्राइज है १५० रुपये। और उसका हर साल का इनकम मतलब eps है १० रुपये। यानि उसका pe हो गया १५०/१० = १५ रुपये।