शेयर मार्किट में FII और DII क्या होते हे ?

what is flls and dlls
what is flls and dlls

FII और DII ये दोनों अलग अलग इंस्टीटूट्स हे। FII का मतलब Foreign institutional investor होता हे। DII का मतलब domestic institutional invesdtor होता हे। जो की कमिशन के बेसिस पर सामान्य निवेशकों से पैसा लेकर शेयर मार्किट में निवेश करते हे।

चलो तो आज हम Fii और Dii के बारेमे सविस्तर जानकारी लेंगे। और इनका मतलब क्या होता हे और कौन होते हे।  ये इनका सविस्तर स्वरूपों देखेंगे। पिछले पोस्ट में हमने Reliance ke fundamental  को देखा।अगर आपने पिछली पोस्ट नहीं पढ़ी तो आप जेक पढ़ सकते हे।

FII ( Foreign institutional investor )

एक देश से दूसरे देश में जो शेयर मार्किट में एक बड़ी अमाउंट के साथ इंस्टीटूटस से जो निवेश किया जाता हे उन्हें Foreign institutional investor कहते हे। भारतीय शेयर मार्किट में सबसे बड़े निवेशको में से एक हे Foreign institutional investor.  जिन्ह्नोने २०२१ में अभी तक ३८,३५६.२४ करोड़ का निवेश किया हे।

शेयर मार्किट में भारत जैसे और भी विकासशील देश हे जहा FII की संपत्ति के कुल मूल्य पर सीएमए लगा दी गयी हे। fii को भारत में सेबी के द्वारा निययंत्रित किया जाता हे और fii जैसे बहुत सी संस्ताये की सिमा भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI ) द्वारा बनायीं रखी जाती हे।

FII से भारतीय शेयर मार्किट में फरक पड़ता हे ?

जि हा बिल्कुन fii से भारतीय शेयर मार्किट पे प्रभाव पड़ता हे। क्युकी fii श्री मार्किट में एक बड़ी अम्मोनत के साथ निवेश करती हे और वे अपना अपना पैसा जब भी निकालती हे तो  मार्किट निचे गिरता हे इसका मतलब इसका बहुत सा असर मार्किट पैर होता हे।

FII में कौन कौनसी संस्थाए शामिल हे ?

FII में विदेशी म्यूच्यूअल फण्ड ,पेंशन निधि ,सम्पति प्रबंधन कम्पनिया ,बचाव कोष ,आदि ऐसे बहुत से इंस्टीटूट भी शामिल हे जो भारतीय शेयर मार्किट में निवेश करती हे.

DII ( domestic institutional investors )

DII ये एक भारतीय इंस्टीटूट्स होते हे जैसे की mutual fund ,LIC . सामान्य निवेशकों  का पैसे इनके माध्यम से शेयर मार्किट मि निवेश किया जाता हे ,और फिर वर्ष के परसेंटेज पर निवेशकों को उनको उनका प्रॉफिट दिया जाता हे।

DII के मार्किट में निवेश करने मार्किट पैर प्रभाव पड़ता हे जैसे मार्किट में अगर दी खरीदी की तो मार्किट बुलिश हो जाता हे और अगर विक्री की तो मार्किट निचे गिरता हे। लेकिन FII और DII में हमेशा बढ़त होती रहती हे जैसे की अगर FII मार्किट में खरीदी करेगा तो DII मार्किट में बेचेगा।  इसमें दोनों को लढत चालू रहती हे कभी कभी ऐसा भी होता हे की दोनों मार्किट में खरीदते हे तब मार्किट में  तेजी आयी ऐसा बोला जाता हे।

Fii और Dii मार्किट में हेर रोज निवेश करते हे हेर हेर रोज बेचते हे जिससे मार्किट में valume बढ़ता हे। FII ये एक विदेशी संस्थाए हे तो DII  हमारी भारत की संस्थाए हे।

आज की हमारी ये पोस्ट में आपको समज आया होगा की fii और dii  क्या होते हे। अगर आज की ये हमारी पोस्ट आपको पसंद आये तो इसे शेयर जरूर कीजियेगा। और अगर आपके मन कुछ सवाल हो तो आप हमें क्यूमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे।

हमारा ये ब्लॉग शेयर मार्किट का ज्ञान को हर तरफ फैलाया जाये इसके लिए हे। इसीलिए हमारे ब्लॉग को शेयर कीजिये। और अगर आपको कोई और विषय पैर जानकारी चाहिए हे तो आप हमें कमेंट बॉक्स में अपना प्रश्न पूछ सकते हे।

Leave a Comment