डीमेट अकाउंट एक ऐसा खाता हे जहा हम किसीभी कंपनी के शेयर जमा रख सकते हे। जैसे पैसे सेव रखने के लिए एक बैंक खाते की जरुरत होती हे वैसे ही शेयर को स्टोर करने के लिए एक डीमेट अकाउंट की जरुरत होती हे।
चलो दोस्तों आज हम देखंगे की demat account kya hota he और कैसे खोला जाता हे क्या इसके फायदे हे। डीमेट अकाउंट किसी भी कंपनी में हम जब इन्वेस्ट करत्ते हे मतलब कंपनी के के शेयर्स को खरीदते हे। तब हमें डिमैट अकाउंट की जरुरत पड़ती हे।
अगर आपको इन्वेस्टिंग के बारे में पता नहीं हे तो आप हमारी पिछले पोस्ट देखा सकते हे।जिसमे हमने share market me invest kaise kare इसका पूरा सविस्तार में बताया हे। तो आप दिए हुयी लिंक पर क्लिक करके उस पोस्ट पर जाकर पढ़ सकतें हे।

demat account kya hota he ? / what is demat account
डीमेट का अर्थ होता हे dematerlized.मतलब पुराने ज़माने में पहले जो शेयर्स का लेनदेन था वो भौतिक रूप से था। शेयर्स खरीदने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में जाना पड़ता था। और कागदी दस्तऐवज से शेयर्स ख़रीदे या बेच्या करते थे। तो लोग ज्यादा शेयर मार्किट में रूचि नहीं रखते थे।
और शारीरिक प्रयास की भी जरुरत पड़ती थी। और अभी वही शेयर्स इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने मोबाइल या कंप्यूटर के द्वारे ख़रीदे जाते हे। और वे शेयर्स इलेक्ट्रॉनिक रूप से जहा रखे या स्टोर किये जाते हे उस डिजिटल अकाउंट को डीमेट अकाउंट कहते हे।
पाहिले के ज़माने में क्या होता था ,जो कंपनी के शेयर्स होते थे वो कागदी दस्तऐवज से मिलते थे। तो उन्हें संभल कर रखना और फिर बेचने के लिए वापस उस दस्तऐवज को स्टॉक एक्सचेंज मे भेजना।फिर वह जातपडताल करके आपको आपके पैसे मिलते थे।
इस पुरे कामकाज को बहुत समय लग जाता था। और इंसान की शारीरिक हलचल ज्यादा हो रही थी। क्युकी स्टॉक एक्सचेंज मुंबई में हे ,तो हर एक इंसान को मुंबई में जाना पड़ता था तब ही वो शेयर्स की लेंन देंन कर पता था। उसको स्टॉक एक्सचेंज में शारीरिक रूप से हाजिर होना पड़ता था।
या फिर अपने स्टॉक ब्रोकर को कहके शेयर्स को खरीदना पड़ता था। और उससे शेयर्स की चोरी होने का खतरा ज्यादा होता था.तो फिर उस भौतिक रूप को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप में बदला गया। तभी शेयर्स को खरीदने या बेचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डीमेट अकाउंट की शुरुवात की गयी.
demat account kaise khole ?
डीमेट अकाउंट कहा और कैसे खोले ?
आप शेयर मार्किट का नाम लेते ही आपको कोई भी पहले डीमेट अकाउंट के बारे में पूछेगा। क्या आपके पास डीमेट अकाउंट हे ,क्या आप खोलना चाहते हे। ऐसे बहुत सारे प्रश्न आपसे पूछे जाते हे। लेकिन आपको डीमेट अकाउंट कहा खुलवाना चाहिए। ये कोई नही बताता हे.
मेरे अनुभव से इंडिया के जो टॉप ब्रोकर हे उसमे ही अपना डीमेट अकाउंट ओपन करना चाहिए। क्यूंकि आपके पैसे भी सेव रहेंगे। और आपके शेयर्स की कोई चोरी नहीं कर पायेगा।
मेरा तो डीमेट अकाउंट इंडिया के टॉप ब्रोकर zerodha में हे। तो में आपसे यही कहूंगा की आप भी zerodha से अकाउंट खुलवा लो। नहीं तो आप पाहिले जातपडताल करलो ब्रोकर के बारे में। क्युकी पैसा आपका हे तो रिस्क भी आपको ही लेनी पड़ेगी। zerodha ये डिस्काउंट ब्रोकर हे। आप चाहे तो किसी दूसरे ब्रोकर से भी अपना अकाउंट खुलवा सकते हे।
एक बात बता दू डीमेट खाता खोलने के लिए आपके पास बैंक खाता और pan card होना अनिवार्य हे।
- zerodha में अकाउंट खुलवाने के लिए आपक बस zerodha.com पर जाना हैं। में आपको खुद अपने हातो से अकाउंट कैसे खोलते हे वो बता रहा हु।
- फिर आपको Sign up now बटन पे क्लिक करना हे।
- फिर आपको नंबर पूछा जायेगे। वहापर अपना नंबर डाल दो। नंबर डालने के बाद continue बटन पे क्लिक करो।
- आपको otp आएगा वो वहापर डाल दो.contineu बटन पे क्लिक करने के बाद ,
- आपको अपने कागद पत्र दाखिल करने हे। और वे कागद पत्र कोण कोनसे हे में आपको निचे लिस्ट दे देता हूँ.
डीमेट अकाउंट ओपन करने के लिए लगने वाले डॉक्यूमेंट
- पैन कार्ड
- आधार (केवल एक ऑनलाइन खाता खोलने के लिए)
- आपके बैंक खाते को लिंक करने के लिए रद्द किया गया चेक/बैंक स्टेटमेंट
- एक तस्वीर
- आय प्रमाण (फॉर्म -16 / आईटी पावती प्रति / 6 महीने का बैंक विवरण / नवीनतम वेतन पर्ची)
ये सब दस्तऐवज ऐड करने के बाद आपको पेमेंट करना हे। 300 से लेकर 500 तक आपके अकाउंट की फीस रहेगी। ज्यादातर ३५० से लेकर ४०० तक ही रहती हे। पेमंट प्रोसेस करने के बाद आपका डीमेट खता खुल जायेगा। फिर आपको zerodha की तरफ mail या msg आएंगा। उसमे आपको आपका client code और password दिया जायेगा उससे आप उनकी kite नाम की एप्लीकेशन को login कर सकते हो। फिर आप उसमे किसी कंपनी के शेयर्स को खरीद या बेच सकते हो।
demat account ke fayde
डीमेट खाते से आपको होने वाले फायदे
- आपको शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करने के लिए कही भि जाने की जरुरत नहीं। आप अपने घरसे डीमेट अकाउंट से अपने कंप्यूटर या मोबाइल से शेयर्स खरीद सकते हो।
- पाहिले जैसे कागदी दस्तऐवज से शेयर्स की लेनदेन होती थी। तो उसमे आदमी को स्टॉक एक्सचेंज में जाना पड़ता था। और वे दस्तऐवज संभल के रखने पड़ते थे।
- अब डीमेट अकाउंट से आप डिजिटल रूप से किसी भी शेयर को किसीको भी बेच सकते हो।
- पहले शेयर्स के दस्तऐवज की जातपडताल होने के बाद हमें पैसे मिलते थे.ये पैसे आने में बहुत समय लगता था।
- डीमेट खाते की वजह हमें बेचे हुए शेयर के पैसे उसी दिन मिल जाते हे।
- बैंक में जाने की जरूरी नहीं आप डीमेट खाते से अपना पैसा बैंक में ट्रान्सफर करावा सकते हे।
- न ही शेयर्स चोरी होने का डर डिजिटल होने की वजह से। और नाही कोई हमें फसा सकता हे।
आज हमने देखा की Demat account kya hota he ,कैसे खोला जाता हे ,और क्या होते हे उसके फायदे। और मुझे याकिन हे की आज की ये हमारी पोस्ट आपको अछि लगी होगी। और आपको ये पोस्ट मदतगार सबित हुयी होगी।आपको हमारी आजकी ये पोस्ट पसंद आये तो कृपया इसे आप शेयर भी कर सकते।
आपको लगता हे की इस पोस्ट कुछ सुधर होना चाहिए या ,आपको अगर और भी कोई जानकारी चाहिए ,तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बेज सकते हे। धन्यवाद !