bank se loan kaise le (बैंक से लोन कैसे ले)
पर्सनल लोन क्या है (personal loan kya hota hai)
पर्सनल लोन कैसे मिलेगा-bank se personal loan lene ka tarika
पर्सनल लोन आपको आपके credit card के sibil score को देखकर दिया जाता है। और अगर आप पहली बार लोन ले रहे है। तो आपको कोई भी शर्तो को पूरी नहीं करने की जरुरत नहीं होती। और इसिलए पर्सनल लोन में कोई सिक्योरिटी नहीं होती। पर्सनल लोन बाकीके लोन से अलग होता है। यहाँ आपको होम लोन जैसे घर की सिक्योरिटी ,या फिर कार लोन कार किस सिक्योरिटी जैसे सिक्योरिटी नहीं होती।
पर्सनल लोन अगर आप नहीं चूकते। तो बैंक उसको रिकवर नहीं कर सकता। बस आपका बैंक जो है आपका सिबिल स्कोर ख़राब करता है। इससे आपको भविष्य में कभीभी कोई भी लोन नहीं मिलता।
पर्सनल लोन लेने के लिए बस आपको जिस बैंक से लोन लेना है उसके बैंक मैनेजर को मिलना होगा। और उनसे सब बात चित और आपकी लोन अमाउंट तय करके आपको एक फॉर्म दिया जाता है। लोन एप्लीकेशन फॉर्म लेने के बाद आपको वो सही तरीकेसे भरना होता है। और फिर आप लोन के लिए अप्लाय कर सकते है।
- एलिजिबिलिटी (eligibility)-
पर्सनल लोन आपको एनुअल इनकम यानि की आपके सैलरी स्लिप को देखकर दिया जाता है। आप साल की कितनी सैलरी ले रहे है। इसके ऊपर आपको कितना लोन देना चाहिए ये बैंक तय करती है। पर्सनल लोन लेने के लिए आपकी मिनिमम महीने की सैलरी १५००० रुपये तक की होनी चाहिए। किसी बैंक में २० हजार रयापे तक भी हो सकती है।
- लोन (loan)
आपके ऊपर है पहलेसे तो लोन नहीं है। है तो आपका emi कितना कैट होता है। क्या आप टाइम पर emil भरते है। क्या आपका सिबिल स्कोर ठीक है। इसका हिसाब से भी बैंक आपको कितना लोन देना चाहिए ये तय कराती है।
- कस्टमर प्रोफाइल (customer profile)
पर्सनल लोन लेते समय आपकी कस्टमर प्रोफाइल देखि जाती है। यानि की आप खुद का बिज़नेस करते है। या आप नौकरी पर है। नौकरी पर है तो क्या आप पर्मनंट है। आपकी कंपनी कैसी है। क्या आपकी सैलरी में उतार चढाव तो नहीं है। और कपोनी में आपका स्टार क्या है। ये सब देखा जाता है।
- age (उम्र)
पर्सनल लोन के लिए आपकी उम्र २१ साल से लेकर ६० साल तक बिच होनी चाहिए। और अगर आप बिज़नेस करते हो।तो आपका बिज़नेस ३ साल पूरा चाहिए। और आपकी उम्र २५ से ६५ के बिच होनी चाहिए।
- एसेट्स &लायबिलिटिस (assets &labilities)
आपके एसेट के मुकाबले आपकी लायबिलिटिस ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यानि की अगर आपकी लेबिलिटिस ज्यादा है। तो बैंक पर इसका बुरा असर होता है। उनको लगता है की आपको लोन्स लेने की बहुत आदत है। इसीलिए आपका पर्सनल लोन में रूकावट आती है।
- खर्चे
आपकी सैलरी से ५० % से ज्यादा के आपके अगर खर्चे है। तो इससे भी आपके लोन पर बुरा असर होता है। इसीलिए आपके महीने के खर्चे देखे जाते है। और उससे आपके सैलरी से माइनस किये जाते है। और उसके ऊपर लोन देने का विचार बैंक करती है।
- जीवनसाथी सैलरी (spouse income)
पर्सनल लोन में आपके जीवनसाथी की भी सैलरी देखि जाती है। अगर वो भी नौकरी करते है। तो उनके भी महीने की इनकम को उसमे ऐड किया जाता है। इससे भी आपको जल्दी से लोन मिल जाता है।
आपके लोन के ऊपर आपको बैंक को प्रोसेसिंग फीस देनी होती है। ये आपके लोन अमाउंट के १ % से २% तक होती है। और आपको उसमे गस्त भी देना होता है।
दस्तऐवज (document)
- फोटोग्राफ
- age प्रूफ
- रेजिडेंट प्रूफ
- लास्ट ६ महीने का बैंक स्टेटमेंट
- ३ महीने की सैलरी स्लिप
- प्रॉसेसिंग फीस चेक
- फ्रॉम १६ ,इनकम टैक्स रिपोर्ट
- अप्लीकेशन फॉर्म के साथ फोटोग्राफ और आपकी साइन होनी चाहिए।
निष्कर्ष
बाकि के लोन के मुकाबले पर्सनल लेना आसान है। लेकिन इसमें कोई सिक्योरिटी नहीं होती। और आपको ज्यादा ब्याज भी आपको लोन के ऊपर देना होता है। लोन न भरने पर आपका सिबिल स्कोर ख़राब होता है। और भविष्य में आपको बड़े लोन की जरुरत पड़ी तो आपको लोन नहीं मिलता।
हमें यकीं है की आपको bank se loan kaise le ये समझ आगया होगा। और साथ ही बिज़नेस लोन के बारे में आपको जानकारी मिल गयी होगी।
अगर आपको आजका हमारा यह लेख काफी फायदेमंद साबित रहा होगा। और अगर आपको आजका ये bank se loan kaise le लेख पसंद आया तो कृपया इसे आपके फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर किजीयेगा। ताकि उन्हें भी पता चले की bank se loan kaise le .और क्या दस्तऐवज आपको लगते है।
और ऐसेही बैंकिंग और फाइनेंस के विषय में लेख पढ़ने के लिए आप हमारे ब्लॉग पर नियमित विजिट कर सकते है। यहाँ हम रोजाना ऐसेही लेख पब्लिश करते है। और हमारा यह लेख यहातक पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।